खंडोबा मंदिर

खंडोबा मंदिर के रहस्य, प्रचलित हैं कई हैरान कर देने वाली कहानियां, जाने से पहले जाने ले ये बाते 

महाराष्ट्र के पुणे में जेजुरी नगर में खंडोबा मंदिर स्थित हैं। यह मंदिर एक छोटी-सी पहाड़ी पर 718 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर तक पहुंचने के लिए लगभग दो सौ के करीब सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। 

खंडोबा मंदिर को लेकर कई रहस्य हैं, जो आपको हैरान कर देंगी। इस मंदिर में विराजमान भगवान खंडोबा जो भगवान शिव का ही दूसरा रूप है। खंडोबा की मूर्ति घोड़े की सवारी करते एक योद्धा के रूप में स्थापित है। 

खंडोबा मंदिर मुख्य रूप से दो भागों में बंटा हुआ है। पहले भाग को मंडप कहा जाता है, जबकि दूसरे भाग में गर्भगृह है, जिसमें भगवान खंडोबा की मूर्ति स्थापित की गयी है। 

हेमाडपंथी शैली में बने इस हिन्दू मंदिर में पीतल का बना एक बड़ा कछुआ भी है। मंदिर में ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण कई हथियार भी रखे गए हैं। 

इन हथियारों को दशहरे के दिन भारी तलवार को दांतों की मदद से सबसे लंबे समय तक पकड़ने की प्रतियोगिता भी होती है, जो बहुत प्रसिद्ध है।

खंडोबा मंदिर का इतिहास

मान्यता और पुराणों के अनुसार पृथ्वी पर मल्ल और मणि नाम के दो राक्षस भाई का अत्याचार बहुत ही ब्याप्त था, जिसे समाप्त करने के लिए भगवान शिव ने मार्तंड भैरव का अवतार लिया था।

भगवान शिव ने मल्ला राक्षस का सिर काट कर मंदिर की सीढ़ियों पर छोड़ दिया था जबकि मणि ने मानव जाति की भलाई का वरदान भगवान शिव से मांगा था, इसलिए  भगवान शिव ने उसे छोड़ दिया। 

खंडोबा मंदिर महोत्सव

मल्ला और मणि पर जीत का जश्न मनाने के लिए खंडोबा मंदिर में हर साल छह दिवसीय मेले का आयोजन किया जाता है। यह त्योहार हिंदू महीने मार्गशीर्ष में मनाया जाता है।

खंडोबा मंदिर जेजुरी खुलने का समय

पुणे का यह प्रसिद्ध मंदिर भक्तों के लिए सुबह 06:00 बजे से रात 08:00 बजे तक खुला रहता है। यह पुणे एक बहुत प्राचीन हिंदू मंदिर है।

खंडोबा मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय

मंदिर में जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर का महीना है, क्योंकि इस दौरान वार्षिक मेला लगता है।

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